The Ultimate Guide To हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे



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इस हेयर मास्क को बनाने के लिए आप आधा चम्मच हल्दी और करीब एक चम्मच दालचीनी लें। इसके साथ ही, करीब दो से तीन चम्मच दही लेना होगा।

हल्दी कई बीमारियों को ठीक करती है । वैसे नुकसान भी करती हैं । हल्दी गर्म होती है इसके लिए अगर आपको इसका इस्तेमाल सही तरीके से करना जरूरी है । ज्यादा हल्दी खाने से शरीर को नुकसान होता है । अगर आपको सर्दी खांसी है तो ही आप हल्दी का इस्तेमाल करें । गर्मी में ज्यादा हल्दी खाना ठीक नहीं । खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं । हल्दी के साथ अन्य दवाओं की मात्रा कम करनी है ।

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कच्ची हल्दी को गैस पर जलाकर कोयले की तरह बना लीजिए फिर इसको पीसकर इसमें समान मात्रा में अजवायन मिलाकर इससे रोज़ाना सुबह मंजन करें।

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बहुत से हल्दी पाउडर में सीसा की उच्च मात्रा होती है। जो की एक भारी धातु है और विशेष रूप से तंत्रिका तंत्र के लिए विषाक्त है।

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है।

हल्दी दूध खून को पतला कर देता है जिससे इसका बहाव सुधर जाता है इसलिए ये माइग्रेन और अत्यधिक सरदर्द की समस्या को दूर कर देता है क्योंकि इससे रक्तचाप बेहतर हो जाता है। इसी कारण से माइग्रेन और सरदर्द से ग्रस्त लोग नियमित हल्दी दूध का सेवन करते हैं।

हल्दी महत्वपूर्ण एंजाइम के उत्पादन को बढ़ाने के लिए जानी जाती है। यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालती हैं और लीवर में जाने वाले ब्लड को डिटॉक्सीफाई करती है।

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कर्क्यूमिन ने मस्तिष्क स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक कार्य का समर्थन करने में वादा दिखाया है। यह याददाश्त में सुधार करने, फोकस बढ़ाने और उम्र से संबंधित संज्ञानात्मक गिरावट से बचाने में मदद कर सकता है। हल्दी का पानी नियमित रूप से पीने से मस्तिष्क स्वास्थ्य और समग्र संज्ञानात्मक कल्याण में योगदान हो सकता है।

लिवर से संबंधित समस्या में कच्ची हल्दी फायदेमंद रहती है। कच्ची हल्दी का अचार, चटनी या किसी ना किसी रूप में सेवन जरूर करे। फैटी लिवर डिजीज, लिवर की विषाक्तता, लिवर सिरोसिस की बिमारियों में कच्ची हल्दी का सेवन करना लाभदायक होता है। लिवर से जुड़ी बीमारी के मरीजों को हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए।

हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी have a peek at this web-site है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।

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